1. कद्र मैने बढ़ाई तभी कद तुम्हारा बढ़ गया... नज़रों से अभी जो गिरा दूं तो कहीं के ना रहोगे तुम... 2. मै तुम में सब को दिखने लगा हूं ज़रा ज़...
1.
कद्र मैने बढ़ाई तभी कद तुम्हारा बढ़ गया...
नज़रों से अभी जो गिरा दूं तो कहीं के ना रहोगे तुम...
2. मै तुम में सब को दिखने लगा हूं ज़रा ज़रा सा...
मेरा नाम सुनते एक दम से मुस्कुराया ना करो तुम...
3. चुप चाप चला जाऊंगा एक दिन दिल में लाखों सवाल छोड़ कर...
4. जब आंखों में एक ही सपना घुमता है ना हर वक्त...
तब अक्सर सही गलत की पहचान करना मुश्किल हो जाता है...
उस हालत में जो सही को चुनता है ना वो सपना पुरा करे ना करे मगर सुकून से मर ज़रूर पाता है...
5.
कद्र मैने बढ़ाई तभी कद तुम्हारा बढ़ गया...
नज़रों से अभी जो गिरा दूं तो कहीं के ना रहोगे तुम...
2. मै तुम में सब को दिखने लगा हूं ज़रा ज़रा सा...
मेरा नाम सुनते एक दम से मुस्कुराया ना करो तुम...
3. चुप चाप चला जाऊंगा एक दिन दिल में लाखों सवाल छोड़ कर...
4. जब आंखों में एक ही सपना घुमता है ना हर वक्त...
तब अक्सर सही गलत की पहचान करना मुश्किल हो जाता है...
उस हालत में जो सही को चुनता है ना वो सपना पुरा करे ना करे मगर सुकून से मर ज़रूर पाता है...
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