हर वक्त की मैं बात नही करता... मगर कभी अचानक से तो कोई बात याद आती होगी... था एक शक्स नाम ना जाने क्या था उसका... ऐसा सोच कर बेचैनी तो छा जा...
हर वक्त की मैं बात नही करता...
मगर कभी अचानक से तो कोई बात याद आती होगी...
था एक शक्स नाम ना जाने क्या था उसका...
ऐसा सोच कर बेचैनी तो छा जाती होगी...
हर वक्त की मैं बात नही करता...
कभी कोई ख्याल मेरी मोहब्बत का दम तो भरता होगा...
हमेशा ना सही कभी कभी तो मुझे चुपके से देखने का दिल तो करता होगा...
हर वक्त की मैं बात नही करता...
कभी तो खुद को कोसती होगी...
कभी तो जो किया वो गलत था इतना सोचती हेगी...
कभी तो वापिस लौट आने का दिल करता होगा...
कभी तो मुझे कुछ हो तो नही गया ये सोच दिल डरता होगा...
हर वक्त की मैं बात नही करता...
धीरज झा...
मगर कभी अचानक से तो कोई बात याद आती होगी...
था एक शक्स नाम ना जाने क्या था उसका...
ऐसा सोच कर बेचैनी तो छा जाती होगी...
हर वक्त की मैं बात नही करता...
कभी कोई ख्याल मेरी मोहब्बत का दम तो भरता होगा...
हमेशा ना सही कभी कभी तो मुझे चुपके से देखने का दिल तो करता होगा...
हर वक्त की मैं बात नही करता...
कभी तो खुद को कोसती होगी...
कभी तो जो किया वो गलत था इतना सोचती हेगी...
कभी तो वापिस लौट आने का दिल करता होगा...
कभी तो मुझे कुछ हो तो नही गया ये सोच दिल डरता होगा...
हर वक्त की मैं बात नही करता...
धीरज झा...
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