मेरी तरह ही बड़ी तड़प भरी मोहब्बत है रात की दिन के लिये... एक एक पल बिता के रात सुबह को गले लगाने के लिये बढ़ती है | मगर रौशनी रात के सारे अ...
मेरी तरह ही बड़ी तड़प भरी मोहब्बत है रात की दिन के लिये...
एक एक पल बिता के रात सुबह को गले लगाने के लिये बढ़ती है | मगर रौशनी रात के सारे अरमान सुबह होते होते मिट्टी मे मिला देते हैं | मगर रात हारती नही सदियों से यही करती आ रही है और आगे भी ऐसा ही करेगी...
एक एक पल बिता के रात सुबह को गले लगाने के लिये बढ़ती है | मगर रौशनी रात के सारे अरमान सुबह होते होते मिट्टी मे मिला देते हैं | मगर रात हारती नही सदियों से यही करती आ रही है और आगे भी ऐसा ही करेगी...
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