साथ रहना सब सहना कुछ ना कहना... बड़ा पसन्द आया तुम्हे... फिक्र कर के ख्याल रखना... बड़ा सुकून पहुंचाये तुम्हे... मगर एक वक्त जब कहा के साथ त...
साथ रहना सब सहना कुछ ना कहना...
बड़ा पसन्द आया तुम्हे...
फिक्र कर के ख्याल रखना...
बड़ा सुकून पहुंचाये तुम्हे...
मगर एक वक्त जब कहा के साथ तुम उम्र भर चलो...
सब मजबूरीयां अचानक से याद आयीं तुम्हे...
मेरी दखलअंदाज़ी कभी ना भाई तुम्हे...
मै हमेशा इस्तेमाल भर ही रहा तुम्हारे लिये...
यही सब सहना नही ना रास आया हमे...
तुम बदल गये बदलते दिनों के साथ...
धीरज झा...
बड़ा पसन्द आया तुम्हे...
फिक्र कर के ख्याल रखना...
बड़ा सुकून पहुंचाये तुम्हे...
मगर एक वक्त जब कहा के साथ तुम उम्र भर चलो...
सब मजबूरीयां अचानक से याद आयीं तुम्हे...
मेरी दखलअंदाज़ी कभी ना भाई तुम्हे...
मै हमेशा इस्तेमाल भर ही रहा तुम्हारे लिये...
यही सब सहना नही ना रास आया हमे...
तुम बदल गये बदलते दिनों के साथ...
धीरज झा...
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