फिर आज 3:36 हो गये पर नींद को ढूँढने में नाकाम रहा तो सोचा दो बातों कहता चलूँ तुम से | तुम्हारी ज़िंदगी है , उसमें तुम्हारी कुछ परेशानियाँ भ...
फिर आज 3:36 हो गये पर नींद को ढूँढने में नाकाम रहा तो सोचा दो बातों कहता चलूँ तुम से |
तुम्हारी ज़िंदगी है , उसमें तुम्हारी कुछ परेशानियाँ भी हैं | छोटी ही सही पर तुम शायद मुझे नही बताना चाहती शायद ये सोच कर की मैं परेशान हो जाऊँगा | पर एक बात साथ कर दूँ ज़िंदगी तुम्हारी है पर माफ करना उस पर अब मेरा भी उतना ही हक्क है जितना तुम्हारा खुद का खुद पर | तुम्हारी छोटी से छोटी परेशानी मेरी है क्योंकी तुम्हारी हर परेशानी मुझे उदास कर जाती है , तुम बताओ या ना बताओ | इस से अच्छा है बता दिया करो , तुम अब अकेली नही जो खुद में घुटती रहो किसी बात को ले कर वो घुटन बाँट दो मुझ से | तुमको शायद अपनी अहमीयत नही मालूम | अपनी अहमीयत पूछो मुझ से , कभी करो बात मेरी तड़प से जो तुम्हारे पास ना होने पर होती है , मेरी तड़प तुम्हे बतायेगी असल में तुम हो क्या ? ख़याल रखा करो अपना | बहुत कीमती हो मेरे लिये तुम |
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धीरज झा...
धीरज झा
तुम्हारी ज़िंदगी है , उसमें तुम्हारी कुछ परेशानियाँ भी हैं | छोटी ही सही पर तुम शायद मुझे नही बताना चाहती शायद ये सोच कर की मैं परेशान हो जाऊँगा | पर एक बात साथ कर दूँ ज़िंदगी तुम्हारी है पर माफ करना उस पर अब मेरा भी उतना ही हक्क है जितना तुम्हारा खुद का खुद पर | तुम्हारी छोटी से छोटी परेशानी मेरी है क्योंकी तुम्हारी हर परेशानी मुझे उदास कर जाती है , तुम बताओ या ना बताओ | इस से अच्छा है बता दिया करो , तुम अब अकेली नही जो खुद में घुटती रहो किसी बात को ले कर वो घुटन बाँट दो मुझ से | तुमको शायद अपनी अहमीयत नही मालूम | अपनी अहमीयत पूछो मुझ से , कभी करो बात मेरी तड़प से जो तुम्हारे पास ना होने पर होती है , मेरी तड़प तुम्हे बतायेगी असल में तुम हो क्या ? ख़याल रखा करो अपना | बहुत कीमती हो मेरे लिये तुम |
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धीरज झा...
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