माँ तुम जादूगर हो... . एक पोस्ट लाईक कमेंट ये वो दिस दैट सब से परे सबसे कीमती... . " हैलो " " हाँ बेटा , कैसा है ? " &qu...
माँ तुम जादूगर हो...
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एक पोस्ट लाईक कमेंट ये वो दिस दैट सब से परे सबसे कीमती...
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" हैलो "
" हाँ बेटा , कैसा है ? "
" ठीक हूँ माँ , ( एकदम मायूस आवाज़ में ) आप कैसी हैं ? "
" मैं तो ठीक हूँ लेकीन तू ठीक नही लग रहा ! "
" क्या ठीक होगा माँ , ऐसा लगता है जैसे धीरे धीरे खत्म हो रहा हूँ ( आवाज़ भारी सी हो गई ) "
" क्यों मेरे बच्चे ? क्या हुआ ? ऐसा नही बोलते | "
" तो कैसे बोलूँ माँ , उम्मीद दिख कर फिर टूट जाती है , सब सही होने की बजाए सब उलझता ही जा रहा है | " ( आँसू लफ्ज़ों में जा मिले आवाज़ की नमी और बढ़ गई )
" हुआ क्या है ? बतायेगा ? "
" होना क्या है माँ ! सब उलझता है , आज एक और मौका हाथ आ कर निकल गया एक और रिजेक्श्न मिल गई ( कुछ वजह और भी थी पर वो कह ना पाया ) माँ मुझ मे और हिम्मत नही बची , मैं टूट रहा हूँ , खुद को कब खो दूँ पता नही | "
" ना मेरे बच्चे ऐसा नही बोलते | "
" जब हर रास्ता बन्द दिखता है ना माँ तो ऐसे बोल ही निकलते हैं | "
" मेरी बात सुन फिर जो मन सो बोलना | कितना कम वक्त हुआ है तुझे कोशिश करते हु़ये , चन्द महीने ही तो हुये हैं ना , देख तुझे इतने कम वक्त में कितने खास ऑफर मिले , तू खुश हो की अब तेरे हुनर को पहचाना जा रहा है , कहीं ना कहाँ थोड़ी कमी है इसी वजह से ही रिजक्ट हो जाता है , भगवान को शुक्रि़या बोल की तुझे लड़ने का मौका मिल रहा है , बेटा हार जीत में ज़्यादा फर्क नही होता हार से दो कदम दूर ही जीत है हाँ ना लड़ना या सब छोड़ कर हार मान लेना कायरता है और मैं जानती हूँ मेरा मेरा कायर नही उसमे बहुत हिम्मत है , तुम सब से तो मैं हिम्मत लेती हूँ | जानता है बेटा मैं इतने यकीन से कुछ नही कहती पर तुझे कहती हूँ के तू एक दिन कामयाब होगा बहुत कामयाब , बहुत कुछ खोया है अब और नही खोयेगा , बहुत मानता बै ना माँ को तो माँ की बात पर यकीन कर | " माँ चुप थी बेटा सुबुक रहा था पर अब ये कमज़ोरी वाले नही माँ के प्यार वाले और हिम्मत वाले आँसू थे | कुछ कहते ना बना तो बात बदल दी , हँसा भी हाल चाल भी पूछा | मन ही मन कहता रहा माँ तुम जादूगर हो ना जाने कहाँ से लाती हो इतनी हिम्मत | माँ सचमें तुम से बहुत प्यार है बहुत ज़्यादा |
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धीरज झा...
धीरज झा
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एक पोस्ट लाईक कमेंट ये वो दिस दैट सब से परे सबसे कीमती...
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" हैलो "
" हाँ बेटा , कैसा है ? "
" ठीक हूँ माँ , ( एकदम मायूस आवाज़ में ) आप कैसी हैं ? "
" मैं तो ठीक हूँ लेकीन तू ठीक नही लग रहा ! "
" क्या ठीक होगा माँ , ऐसा लगता है जैसे धीरे धीरे खत्म हो रहा हूँ ( आवाज़ भारी सी हो गई ) "
" क्यों मेरे बच्चे ? क्या हुआ ? ऐसा नही बोलते | "
" तो कैसे बोलूँ माँ , उम्मीद दिख कर फिर टूट जाती है , सब सही होने की बजाए सब उलझता ही जा रहा है | " ( आँसू लफ्ज़ों में जा मिले आवाज़ की नमी और बढ़ गई )
" हुआ क्या है ? बतायेगा ? "
" होना क्या है माँ ! सब उलझता है , आज एक और मौका हाथ आ कर निकल गया एक और रिजेक्श्न मिल गई ( कुछ वजह और भी थी पर वो कह ना पाया ) माँ मुझ मे और हिम्मत नही बची , मैं टूट रहा हूँ , खुद को कब खो दूँ पता नही | "
" ना मेरे बच्चे ऐसा नही बोलते | "
" जब हर रास्ता बन्द दिखता है ना माँ तो ऐसे बोल ही निकलते हैं | "
" मेरी बात सुन फिर जो मन सो बोलना | कितना कम वक्त हुआ है तुझे कोशिश करते हु़ये , चन्द महीने ही तो हुये हैं ना , देख तुझे इतने कम वक्त में कितने खास ऑफर मिले , तू खुश हो की अब तेरे हुनर को पहचाना जा रहा है , कहीं ना कहाँ थोड़ी कमी है इसी वजह से ही रिजक्ट हो जाता है , भगवान को शुक्रि़या बोल की तुझे लड़ने का मौका मिल रहा है , बेटा हार जीत में ज़्यादा फर्क नही होता हार से दो कदम दूर ही जीत है हाँ ना लड़ना या सब छोड़ कर हार मान लेना कायरता है और मैं जानती हूँ मेरा मेरा कायर नही उसमे बहुत हिम्मत है , तुम सब से तो मैं हिम्मत लेती हूँ | जानता है बेटा मैं इतने यकीन से कुछ नही कहती पर तुझे कहती हूँ के तू एक दिन कामयाब होगा बहुत कामयाब , बहुत कुछ खोया है अब और नही खोयेगा , बहुत मानता बै ना माँ को तो माँ की बात पर यकीन कर | " माँ चुप थी बेटा सुबुक रहा था पर अब ये कमज़ोरी वाले नही माँ के प्यार वाले और हिम्मत वाले आँसू थे | कुछ कहते ना बना तो बात बदल दी , हँसा भी हाल चाल भी पूछा | मन ही मन कहता रहा माँ तुम जादूगर हो ना जाने कहाँ से लाती हो इतनी हिम्मत | माँ सचमें तुम से बहुत प्यार है बहुत ज़्यादा |
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धीरज झा...
धीरज झा
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