एक रास्ता . एक रास्ता... जो मेरे गाँव की तरफ आता है... एक रास्ता... जो मुझे खुद की पहचान से रूबरू कराता है... एक रास्ता... जिसनें शहर को सौं...
एक रास्ता
.
एक रास्ता...
जो मेरे गाँव की
तरफ आता है...
एक रास्ता...
जो मुझे खुद की
पहचान से रूबरू कराता है...
एक रास्ता...
जिसनें शहर को सौंप
दिये अपने सारे बच्चे...
एक रास्त...
जिसके किनारों पर
हैं कुछ घर कच्चे...
एक रास्ता...
जिस पर हैं
मेरो पुरखों के नंगे पाँवों
की छाप...
एक रास्ता...
जिसकी मिट्टी में साना
था उन सब ने अपना आप...
एक रास्ता...
जिसके साथ साथ
बहती है एक नदी...
जिसने बिताई यहाँ
पूरी एक सदी...
एक रास्त...
जिसकी धूल मेरी
साँसों को नही चढ़ती...
एक रास्ता...
जहाँ बूढ़ी माँऐं
शहर से लौट रहे लोगों
की आँखों में अपने
बच्चे के इंतज़ार के
है ख़त पढ़ती...
एक रास्ता...
जिस पर लोटते हैं
नंगे बच्चे...
बे मिलावट के
मन के सच्चे...
ये रास्ता
है एक अलग दुनिया का.....
ये रास्ता...
मेरे गाँव का...
जहाँ से मैं चला जाता हूँ
पर मेरी आत्मा कभी नही जाती...
.
धीरज झा...
धीरज झा
.
एक रास्ता...
जो मेरे गाँव की
तरफ आता है...
एक रास्ता...
जो मुझे खुद की
पहचान से रूबरू कराता है...
एक रास्ता...
जिसनें शहर को सौंप
दिये अपने सारे बच्चे...
एक रास्त...
जिसके किनारों पर
हैं कुछ घर कच्चे...
एक रास्ता...
जिस पर हैं
मेरो पुरखों के नंगे पाँवों
की छाप...
एक रास्ता...
जिसकी मिट्टी में साना
था उन सब ने अपना आप...
एक रास्ता...
जिसके साथ साथ
बहती है एक नदी...
जिसने बिताई यहाँ
पूरी एक सदी...
एक रास्त...
जिसकी धूल मेरी
साँसों को नही चढ़ती...
एक रास्ता...
जहाँ बूढ़ी माँऐं
शहर से लौट रहे लोगों
की आँखों में अपने
बच्चे के इंतज़ार के
है ख़त पढ़ती...
एक रास्ता...
जिस पर लोटते हैं
नंगे बच्चे...
बे मिलावट के
मन के सच्चे...
ये रास्ता
है एक अलग दुनिया का.....
ये रास्ता...
मेरे गाँव का...
जहाँ से मैं चला जाता हूँ
पर मेरी आत्मा कभी नही जाती...
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धीरज झा...
धीरज झा
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