जुदा न कर ये जो आँसू हैं बड़े कीमती , इन्हे फिज़ूल मे ज़ाया न कर न कोई समझा है न समझेगा , तू दर्द अपना बयाँ न कर । ये रिवाज़ और ये रिवायतें य...
जुदा न कर
ये जो आँसू हैं बड़े कीमती , इन्हे फिज़ूल मे ज़ाया न कर
न कोई समझा है न समझेगा , तू दर्द अपना बयाँ न कर ।
ये रिवाज़ और ये रिवायतें ये बड़ों की छोटी हिदायतें
सब बातें हैं पिछड़े दौर कीं इन बातों का तू गिला न कर ।
ये आग है इसे धधकने दे इन लपटों को भड़कने दे
याद रख रूह जलती नही तू इन चिंगारियों से डरा न कर ।
तेरा जाना मेरी मौत है तू है तो साँसें हैं चल रहीं
इस बात पर ज़रा ग़ौर दे मेरी जिस्म से रूह जुदा न कर ।
तेरे दर पे हूँ खड़ा पाने को तेरी दीद मैं
कर रहम हो सामने यूँ खुद को तू खुदा न कर ।
धीरज झा
ये जो आँसू हैं बड़े कीमती , इन्हे फिज़ूल मे ज़ाया न कर
न कोई समझा है न समझेगा , तू दर्द अपना बयाँ न कर ।
ये रिवाज़ और ये रिवायतें ये बड़ों की छोटी हिदायतें
सब बातें हैं पिछड़े दौर कीं इन बातों का तू गिला न कर ।
ये आग है इसे धधकने दे इन लपटों को भड़कने दे
याद रख रूह जलती नही तू इन चिंगारियों से डरा न कर ।
तेरा जाना मेरी मौत है तू है तो साँसें हैं चल रहीं
इस बात पर ज़रा ग़ौर दे मेरी जिस्म से रूह जुदा न कर ।
तेरे दर पे हूँ खड़ा पाने को तेरी दीद मैं
कर रहम हो सामने यूँ खुद को तू खुदा न कर ।
धीरज झा
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